अपना सांस्कृतिक स्वरूप खो रहे मेले
सांस्कृतिक धरोहर को संजोकर रखने का आवाह्न किया
रिपोर्ट- भूपेन्द्र गुप्ता
कटेरा (झांसी) झलकारीबाई स्टेडियम में सोमवार रात मेला जलविहार महोत्सव कटेरा में हुये सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में नाट्य मंचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मऊरानीपुर प्रागीलाल अहिरवार विशिष्ट अतिथि रामदास राजपूत व रामभरोसे सोनी ने दीप प्रज्वलित कर एवं फीता काटकर किया। कार्यक्रम के संयोजक पार्षद कमलेश पंडा, गुड्डी लालाराम अहिरवार रहे। मंच संचालन महेश कटैरिया ने किया। कार्यक्रम संयोजक कमलेश पंडा गुड्डी लालाराम अहिरवार ने अतिथियों को पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। चेयरमैन धनीराम डबरया ने स्मृति चिन्ह भेंट किये। मंच संचालन कर रहे महेश कटैरिया का कार्यक्रम संयोजक कमलेश पंडा ने माल्यापर्ण कर स्वागत किया। ओमप्रकाश लिपिक, पार्षद अंकित गुप्ता, पवन अहिरवार, प्रताप सिंह चौहान, बालकृष्ण अहिरवार, कालका आर्य, अशोक आर्य, राजकुमार यादव, सुखनंदन वर्मा, इश्हाक मंसूरी, राजेश नामदेव आदि ने अतिथियों का माल्यापर्ण स्वागत किया। मुख्य अतिथि प्रागीलाल अहिरवार ने कहा कि मेला जनमानस की भावनाओं का माध्यम होता है। ऐसे महोत्सव संस्कृति को संजोकर रखने का काम करते है। मेला महोत्सव हमारी समृद्ध सभ्यता व संस्कृति के प्रतीक है। मेलों के माध्यम से न केवल आपसी भाईचारे की भावना को बल मिलता है, बल्कि हमारी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में भी ये अहम भूमिका निभाते है। उन्होने कहा कि बढ़ती मोबाइल संस्कृति के कारण हमारी प्राचीन विरासत मेले अपना सांस्कृतिक स्वरूप खोते जा रहे। उन्होंने मेलों की इस प्राचीन परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर को संजोकर रखने का आवाह्न किया। उन्होंने आयोजन के लिए चेयरमैन धनीराम डबरया थानाध्यक्ष, पत्रकारों एवं समस्त मेला कमेटी को बधाई दी।
उद्घाटन समापन के बाद नाट्य मंचन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जिसमें सलीम एण्ड पार्टी के द्वारा प्रस्तुति पर दर्शकों ने खूब लुफ्त उठाया।

चाक चौबन्द रही पुलिस की व्यवस्था
मेला जलविहार महोत्सव में उमड़ी भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए जहाँ आयोजन कमेटी का योगदान रहा वहीं शांति व्यवस्था कायम रखने का जिम्मा थाना प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर सिंह ने संभाला।